कैसे हुआ आविष्कार बँडेज का
घर मे काम करते वक्त, या खेलते समय बच्चो को चोट लगती है तब तुरंत Band-aid लगाया जाता है. बँडेज हर घर में रखी जानेवाली एक वस्तू है. आज जानते है Band-aid story के बारे मे.
आपको जानकर खुशी होगी की बँडेज का अविष्कार एक शक्स ने अपने पत्नी के लिए किया था. उसका नाम है अर्ल डीक्सन पत्नी का नाम है जोसफिन नाइट. तो चलिये जानते है Band-aid story.
Band-aid story
अर्ल डीक्सन Johnson and Johnson कंपनी मे काम करते थे. इसी समय उनकी शादी जोसेफ़िन नाइट से हुई थी. अपना वैवाहिक जीवन शुरू किया. आम दंपती की तरह वह रहने लगे. लेकिन कुछ दिनो बाद यह बात समझ मे आई जोसेफ़िन जब भी खाना बनाती थी कब उसे चोट लगती थी. यही से Band-aid story का जन्म हुआ.
ऐसे बना बँडेज
अपनी पत्नी जोसेफ़िन को जब चोट लगती तब डीक्सन बहुत परेशान रहते थे. पत्नी की चोट पर तुरंत इलाज करने के लिए डीक्सन ने बँडेज तयार किया. यह बँडेज काफी असरदार था. 30 सेकंड मे वह चोट पर असर करता था. Band-aid story तयार करने के बाद वह घर में आसानी से उपलब्ध रहता था. उसका इस्तेमाल तुरंत होता था.
कंपनी ने बनाया व्हॉइस प्रेसिडेंट
डिक्सन के Band-aid story के बारे मे जब Johnson and Johnson कंपनी मे पता चला. उसके तुरंत बाद कंपनीने उसी तर्ज पर बैंड एड बनाने शुरू कर दिए. और डिक्सन को कंपनी को वाइस प्रेसिडेंट बना दिया.
ऐसे हुई band-aid-story शुरुवात
जोसेफिन जब किचन मे काम करती है और उसे चोट लगती ऐसे समय में डिक्सन कपडे के तुकडे लाकर उसके जखम पर रखता था. पत्नी की आदत को देखते हुए डीक्सन घर में हर वक्त कपडे की पट्टी को तयार रखने लगा. जैसे ही चोट लगती वह पट्टी लाकर बांधता था. जिसका परिणाम ऐसा होता था पत्नी का भाव भरणे मे यह बँडेज उपयोगी साबित होता था. Band-aid story की यही यशस्विता है.
कम समय मे है उपयोगी
डिक्सन द्वारा तयार कि गयी बंडेज कम समय मे चोट का रक्तस्राव बंद करणे मे उपयोगी होती है. घाव भरणे मे यह असरदार साबित हुई. यही Band-aid story की सफलता का राज है. आज हर घर में बँडेज का उपयोग बडे आसानी से किया जाता है.
दुनियाभर मे हुवा नाम
पत्नी की चोट पर रखने के लिए तयार कि गयी बँडेज आज पूरी दुनिया में इस्तेमाल की जाती है. दिक्सन द्वारा Band-aid को अंजाम दिया गया है. यह ब्रांड इतना पापुलर हुआ है. जब भी किसे चोट लगती है तब सबसे पहले बँडेज का ही नाम जुबां पर आता है.
1 Comment
Ban aid roj use kiya jata hai lekin wo kaise tayar huwa ye aapka blog padhkar malum huwa.